Diljit DosanjhMastiपंजाबी से हिन्दी

Laembadgini (लंबोरघिनी) – दिलजीत दोसांझ – मतलब हिंदी में

इस गीत में एक पत्नी अपने पति की महिला मित्रों से दुखी है. इन महिलाओं के बहुत फोन आते हैं और लंबी बातें भी होती हैं. इस गीत में कवियत्री (गीत कवि के आवाज़ में है लेकिन भावनाएं कवियत्री की हैं) शिकायत करती हैं की कहाँ घूमते रहते हो लंबोरघिनी मे, इतनी महिला मित्र क्यूँ हैं. कवियत्री थोड़ी असुरक्षित और ईर्षालु हैं.

गायक: दिलजीत दोसांझ
गीत: वीत बलजीत
संगीत: जतिंदर शाह

Laembadgini te kithe launda fire gheriyan
Jariyan ni jandiyan frienda maithon teriyan (x2)

लंबोरघिनी (एक महंगी कार, हालांकि कवि ने अपने ऑटो का नाम लंबोरघिनी रख रखा है) मे कहाँ घूमते रहते हो
मुझसे तुम्हारी महिला मित्र नहीं सही जाती

Ve bota bota pinjeya paiya
Haaye pinjeya jaanda ae jive rooh

पूरा बदन  रुई जैसा गुथा हुआ लग रहा है (दर्द कर रहा है)
रूह भी रूई जैसे गुथी लग रही है

Ve dil tera kala mundeya
Bhaaven chann ta sunakha tera muh (x2)

तुम्हारा दिल काला है
भले ही चेहरा तुम्हारा चाँद जैसा सुंदर है

Jariyan ni jaandiyan frienda maithon terian

मुझसे तुम्हारी महिला मित्र नहीं सही जाती

Lakh gaun waleya tu hoya mashoor ve
Kar baithi pyaar tainu ehi aa kasoor ve (x2)

तुम गाने गा कर बहुत मशहूर हो गए हो
तुमसे प्यार कर बैठी यही कुसूर है मेरा

Tu phullan jehe dil tod da
Wafadaar ni patandara tu

तुम फूल जैसा दिल तोड़ रहे हो
तुम वफादार नहीं, बदमाश हो

Ve dil tera kala mundeya
Bhaven chan ton sunakha tera muh (x2)

तुम्हारा दिल काला है
भले ही चेहरा तुम्हारा चाँद जैसा सुंदर है

Jarian ni jandian friendan maithon teriyan

मुझसे तुम्हारी महिला मित्र नहीं सही जाती

Pakhiyan pakhiyan pakhiyan (x2)
Ve sadda channa dil tod ke (x2)

हाथ वाला पंखा (शायद अपने गुस्से को ठंडा करने के लिए)
मेरा दिल तोड़ कर

Ve sadda channa dil tod ke
Kitte la layi aa mohabbatan pakiyan (x2)

मेरा दिल तोड़ कर
कहाँ तुमने पक्की मोहब्बत खोज ली

Fir sir te bitayi saddi jutti diyan nokaan nu
Pyar da dikhauna tu tamasha katon lokan nu (x2)

फिर अपने सर पर मेरी जूती की नोक रख लेते हो
तुम सब लोगों को प्यार करने का तमाशा दिखाते हो

Je pehle pata hunda Veet ve
Pind Kokeyan di bandi na nooh

अगर पहले पता होता वीत (गीतकार)
तो पिंड (गांव) कोकेयां की बन्दी बहू नहीं बनती

Ve dil tera kala mundeya
Bhaaven chan toh sunakha tera muh (x2)

तुम्हारा दिल काला है
भले ही चेहरा तुम्हारा चाँद जैसा सुंदर है

Jariyan ni jandiyan frienda maithon teriyan

मुझसे तुम्हारी महिला मित्र नहीं सही जाती

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