यार हसदा – Yaar Hasda – Hindi Me Matlab – गुरी (Guri), Deep Jandu
गायक: गुरी
गीतकार: लजी सुरपूरिया
संगीतकार: दीप जन्दू
दीप जन्दू, गुरी, गीत MP3
हो उत्तों उत्तों रेहन्दा तेरा यार हसदा
पर अन्दरों तां जल के स्वाह हो गया (2)
उपर उपर से तुम्हारा यार हंसता रहता है
अंदर तो वो जल क राख (स्वाहा) हो गया है
हो याराँ बेलियन दे नाल महफिलान सजौंदा
शाम नू ग्राउंड विच ग़मे सी ओह लौंडा (2)
यारों के साथ महफ़िल जमाता था
शाम को ग्राउंड मे उनके साथ खेलता था
कहदा पेया आशिकी दी लाइन विच बीबा
तेरा लारेयान ना साची नि तबाह हो गया
ऐसा पड़ा आशिकी की लाइन मे लड़की
तुम्हारे झूठे वादों मे तबाह हो गया
हो उत्तों उत्तों रेहन्दा तेरा यार हसदा
पर अन्दरों तां जल के स्वाह हो गया (2)
उपर उपर से तुम्हारा यार हंसता रहता है
अंदर तो वो जल क राख (स्वाहा) हो गया है
नि नवी नवी होई तेरे नाल गॉल बात
गॉल कार्नो सी रेहन्दा मैं तां झक्क दा (2)
जब तुमसे नयी नयी बात शुरू हुई थी
तब मई बात करने मे भी शरमाता था
पाई गया प्यार जड़ों तेरा नाल ग्ूहदा
तेनु साहन नलो वध के सी रखड़ा
सिख के तू मेरे कॉलों कहं लग पाई
“आज मेरा वी तां अडड़ा वाड्डा नाह हो गया”
जब तुम्हारे साथ गहरा प्यार हो गया
तब तुम्हे साँस से ज़्यादा उपर रखता था
मेरे से ही सीख कर तुम कहने लगी
“आज मेरा भी इतना बड़ा नाम हो गया है” (मई भी बहुत फेमस हो गयी हूँ)
हो उत्तों उत्तों रेहन्दा तेरा यार हसदा
पर अन्दरों तां जल के स्वाह हो गया (2)
उपर उपर से तुम्हारा यार हंसता रहता है
अंदर तो वो जल क राख (स्वाहा) हो गया है
हो किसे दी चढ़ाई तों नि चढ़ड़ा आ मैं वी
क्यों की देने वाला हुंदा ओहो रब नि (2)
किसी की तरक्की देख कर मई जलता नही
क्यूँ की देने वाला तो भगवान है
टाइम चले आईना मारा दसिए किसे नू
साला नवा नित्त पेया रेहन्दा जब नि
ऐसी पाई वक़्त दी चोट मैनु बीबा
लजी थोड़ेयन ही दिना च फ़ना हो गया
मेरा समय इतना बुरा चल रहा है, किसे बतौ
साला रोज़ ही नयी मुसीबत आ जाती है
वक़्त ने ऐसी चोट दी है मुझे
लजी (गीत कार) थोड़े ही दिन मे तबाह हो गया
हो उत्तों उत्तों रेहन्दा तेरा यार हसदा
पर अन्दरों तां जल के स्वाह हो गया (2)
उपर उपर से तुम्हारा यार हंसता रहता है
अंदर तो वो जल क राख (स्वाहा) हो गया है